संदेश

2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

पार्टी ने मौका दिया तो पटौदी नगर परिषद चुनाव लडूंगी: कोमल प्रीत जरावता

चित्र
पटौदी, जाटौली मंडी: नगर परिषद चुनावों को लेकर पटौदी में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। संभावित उम्मीदवारों के नाम अभी साफ नहीं हुए हैं, लेकिन कई प्रत्याशी अपनी दावेदारी पेश कर रहे हैं। इसी क्रम में कोमल प्रीत जरावता ने सोमवार को प्रेस वार्ता कर अपनी मंशा और योजनाएं साझा कीं। कोमल प्रीत जरावता ने बताया कि वे भारतीय जनता पार्टी की सक्रिय कार्यकर्ता हैं। परिवार में समाज सेवा और राजनीति की चर्चा के बाद उनका झुकाव राजनीति की ओर बढ़ा। उन्होंने कहा, "समाज की समस्याओं को उचित मंच पर उठाने और उनके समाधान के लिए राजनीति एक सशक्त माध्यम है।" कोमल प्रीत ने अपने राजनीतिक अनुभव और पारिवारिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए बताया कि वे हरियाणा प्रदेश सह-प्रमुख, आईटी टीम, भाजपा की सदस्य हैं। वे पहले प्रदेश संयोजक (सोशल मीडिया एवं आईटी) एन.आर.आई. सेल के रूप में कार्य कर चुकी हैं। प्राथमिक फोकस क्षेत्र: यदि उन्हें पार्टी की ओर से टिकट मिलता है, तो उनका मुख्य ध्यान पीने के पानी, सीवर और सफाई जैसी बुनियादी समस्याओं पर रहेगा। उन्होंने कहा, "स्थानीय स्तर पर इन समस्याओं का समाधान ...

प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का निधन: देश ने एक महान नेता और अर्थशास्त्री खो दिया

चित्र
नई दिल्ली, 27 दिसंबर 2024: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और प्रख्यात अर्थशास्त्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन की खबर ने पूरे देश को शोक में डाल दिया है। 91 वर्षीय डॉ. सिंह ने अपने जीवन के अद्वितीय योगदान से न केवल भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था को प्रभावित किया, बल्कि अपनी सादगी और विद्वत्ता से करोड़ों दिलों पर अपनी अमिट छाप छोड़ी। डॉ. सिंह का जन्म 26 सितंबर 1932 को हुआ था। उन्होंने पंजाब विश्वविद्यालय, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय, और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से शिक्षा प्राप्त की। उनकी विद्वत्ता और अर्थशास्त्र के क्षेत्र में योगदान ने उन्हें 1991 में भारत के आर्थिक उदारीकरण के वास्तुकार के रूप में प्रसिद्ध किया। 2004 से 2014 तक, डॉ. सिंह ने भारत के प्रधानमंत्री के रूप में सेवा दी। उनके नेतृत्व में देश ने आर्थिक और सामाजिक क्षेत्रों में बड़ी उपलब्धियां हासिल कीं। ग्रामीण विकास, आधारभूत संरचना, और शिक्षा जैसे क्षेत्रों में उनके प्रयासों को हमेशा याद किया जाएगा। डॉ. मनमोहन सिंह एक सादगीपूर्ण व्यक्तित्व के धनी थे और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर भी उनकी छवि एक सम्मानित नेता की रही। उनका निधन भारत ...

गुरुग्राम में 5,452.72 करोड़ रुपये की लागत से मेट्रो विस्तार को मिली मंजूरी, निर्माण कार्य 1 मई 2025 से होगा शुरू

चित्र
मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में मेट्रो विस्तार को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की गुरुग्राम में कनेक्टिविटी को आसान बनाने के लिए मेट्रो का विस्तार किया जाएगा; मुख्यमंत्री मेट्रो विस्तार पर कुल 5,452.72 करोड़ रुपये खर्च होंगे, निर्माण कार्य 1 मई 2025 से शुरू होगा; मुख्यमंत्री गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) के तहत यह विस्तार मिलेनियम सिटी सेंटर को रेलवे स्टेशन, सेक्टर-22 और साइबर सिटी से जोड़ेगा 28.50 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन में 27 स्टेशन होंगे गुरुग्राम, 24 दिसंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) के तहत मिलेनियम सिटी सेंटर से रेलवे स्टेशन, सेक्टर-22 और साइबर सिटी तक मेट्रो विस्तार को लेकर गुरुग्राम में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उद्योग मंत्री श्री राव नरबीर सिंह और पूर्व विधायक श्रीमती बिमला चौधरी भी मौजूद रहीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम के निवासियों की सुविधा के लिए मेट्रो नेटवर्क का विस्तार मिलेनियम सिटी सेंटर से रेलवे स्टेशन, सेक्टर-22 और साइबर सिटी तक किया जाएगा। इस परियोजन...

जाटोली के ऐतिहासिक धरोहर की गुहार: एम एल ए वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को सरकार के संरक्षण में देने की मांग

चित्र
जाटोली मंडी पंचायत की मांग: एम एल ए वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय को सरकार को सौंपा जाए पटौदी विधानसभा क्षेत्र के ऐतिहासिक गांव जाटोली में स्थित सैकड़ों वर्षों पुराने एम एल ए वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, जो महान संत प्रेमानंद जी महाराज द्वारा स्थापित किया गया था, को लेकर एक महत्त्वपूर्ण पंचायत का आयोजन किया गया। यह विद्यालय विशेष महत्व रखता है क्योंकि इसे ग्रामीणों द्वारा शिक्षा के उद्देश्य से संत प्रेमानंद जी को जमीन दान में दी गई थी। यह ऐतिहासिक संस्था स्थानीय लोगों के लिए केवल एक विद्यालय नहीं, बल्कि एक भावनात्मक धरोहर है, जिससे हजारों की संख्या में लोग जुड़े हुए हैं। इस विद्यालय से पढ़कर कई विद्यार्थी बड़े अधिकारी बने हैं और दुनिया के कोने-कोने में अपने गांव और विद्यालय का नाम रोशन कर रहे हैं। पृथ्वीराज चौहान भवन, खंडेवला मोड़, जाटोली में पूर्व नगरपालिका प्रधान श्री जगदीश सिंह की अध्यक्षता में हुई इस पंचायत में विद्यालय के अचानक बंद होने पर गहरी चिंता जताई गई। मार्च सत्र से ही विद्यालय के प्रबंधन ने इसे बंद कर दिया और बचे हुए विद्यार्थियों को यह कहकर स्कूल से हट...

"इस्लाम और सनातन के संघर्ष में दोनों की पराजय अपरिहार्य है"

चित्र
धीरज शर्मा, पटौदी आज हमें सोचने पर मजबूर करती है। एक तरफ़ जानवरों की बलि को धर्म की आस्था से जोड़ा जाता है, तो दूसरी ओर पटाखों के शोर और धुएं में त्योहार की खुशी तलाशी जाती है। नतीजा? बेजुबान जानवरों का खून और प्रदूषित आसमान।यह इस्लाम और सनातन की लड़ाई, जिसमें दोनों की हार निश्चित है, ईद पर लोग क़ुर्बानी करते हैं, "अल्लाह की रज़ा" का हवाला देकर सड़कों पर खून बहाते हैं, जबकि दिवाली पर पटाखों से वातावरण को धुएं और शोर में बदल दिया जाता है। कोई इसे धार्मिक परंपरा कहता है, तो कोई आस्था। लेकिन इन सबके बीच कहीं न कहीं हम इंसानियत और प्रकृति को भूलते जा रहे हैं। यह लड़ाई धर्म की नहीं, बल्कि इंसानियत की हार है। एक धर्म जानवरों के प्रति संवेदनहीन है तो दूसरा पर्यावरण के प्रति। दोनों अपने-अपने परंपराओं की दुहाई देकर प्रकृति और समाज को क्षति पहुंचा रहे हैं। सवाल यह है कि क्या धर्म का मतलब वाकई प्रकृति और निरीह प्राणियों की उपेक्षा करना है? असल मुद्दा यह नहीं है कि कौन सही है और कौन गलत। मुद्दा यह है कि क्या हम अपनी आस्थाओं को इंसानियत और पर्यावरण के प्रति संवेदनशील बना सकते...

कांग्रेस प्रत्याशी पर्ल चौधरी का जनसंपर्क अभियान तेज, पटौदी में बढ़ता जनसमर्थन

चित्र
पटौदी विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी स्व. भूपेंद्र चौधरी की बेटी पर्ल चौधरी का जनसंपर्क अभियान तेज गति से जारी है। 27 सितंबर, शुक्रवार को पर्ल चौधरी ने दर्जनभर से अधिक स्थानों पर जनसंपर्क कार्यक्रम आयोजित किए, जिसमें पटौदी शिव मूर्ति के पास रिटायर कर्मचारी संगठन की बैठक भी शामिल रही। इसके अलावा, पर्ल चौधरी ने पटौदी के गुढ़ाना, हुसैनका, नूरगढ़, पहाड़ी, बलेवा, इच्छापूरी, बाबा हरदेव कॉलोनी, पटौदी के वार्ड नंबर 5, बब्बर शाह मोहल्ला, वार्ड नंबर 2, अंबेडकर बस्ती, वार्ड नंबर 11 और वार्ड नंबर 13 में भी अपने जनसंपर्क कार्यक्रमों के दौरान लोगों से मुलाकात की। सभी कार्यक्रमों में पर्ल चौधरी को भारी जनसमर्थन मिलता हुआ दिखाई दिया। अपने संबोधन में पर्ल चौधरी ने बताया कि वर्ष 2005 से 2009 तक हरियाणा में जब भूपेंद्र हुड्डा मुख्यमंत्री थे और उनके पिता स्व. भूपेंद्र चौधरी पटौदी से विधायक थे, तब उस कार्यकाल को पटौदी के विकास के लिए 'स्वर्णिम काल' कहा जाता है। उन्होंने कहा कि उस समय पटौदी मंडी फ्लायओवर, बस स्टैंड और हॉस्पिटल जैसी परियोजनाओं से क्षेत्र के विकास की नींव रख...

पटौदी के राजनीति बन रही एक पहेली

चित्र
पटौदी की राजनीति इस समय एक दिलचस्प मोड़ पर खड़ी है, जहाँ हर दिन एक नया मोड़ सामने आ रहा है। चुनावी संघर्ष में कोई भी पक्ष हावी होता नजर नहीं आ रहा, और जो भी समीकरण बन रहे हैं, वो हर पल बदल सकते हैं। यहाँ कोई एकतरफा जीत या हार की उम्मीद करना नासमझी होगी, क्योंकि सभी प्रमुख खिलाड़ी पूरी ताकत के साथ मैदान में हैं। मतदाताओं का मूड, स्थानीय मुद्दे, और उम्मीदवारों की रणनीति—सब मिलकर इस चुनाव को बेहद रोमांचक बना रहे हैं। यह साफ है कि पटौदी की जनता इस बार बेहद सोच-समझकर निर्णय लेगी। परिणाम चाहे जो भी हो, एक कड़ा मुकाबला देखने को जरूर मिलेगा।

Taiwan Earthquake Live: ताइवान में 7.7 तीव्रता का भूकंप, सात की मौत और 700 से ज्यादा लोग घायल

चित्र
Taiwan Earthquake Live: ताइवान में 7.7 तीव्रता का भूकंप, सात की मौत मरने वालों की संख्या बढ़ी भूकंप के बाद मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। ताइवान सरकार ने बताया कि मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। वहीं, घायलों की संख्या भी 700 से अधिक हो गई है प्राधिकरण ने हालातों से निपटने के लिए उठाए जल्द कदम सना हाशमी ने कहा कि प्राधिकरण ने भूकंप के हालातों से निपटने के लिए जल्द कदम उठाए। कुछ क्षेत्रों में कुछ घंटों के लिए बिजली चली गई थी। मेट्रो, हाईस्पीड ट्रेन फिर से शुरू कर दी गई है। जहां ताइपे जैसे हालात नहीं हैं, वहां काफी हद तक जीन सामान्य हो गया है।  ह्यूलिन और ताइपे जैसी जगहों से आने वाली तस्वीरें डरावनी ताइवान-एशिया एक्सचेंज फाउंडेशन की सना हाशमी ने कहा कि भूकंप के झटके सुबह-सुबह महसूस किए। जिस समय भूकंप आया उस समय हम घर पर ही थे। ताइवान में भूकंप आना आम हैं, लेकिन आज का भूकंप अलग था। उन्होंने कहा कि भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। ह्यूलिन और ताइपे जैसी जगहों से आने वाली तस्वीरें डरावनी हैं।...

SC ने रद्द की इलेक्टोरल बॉन्ड की स्कीम: क्या है सच्चाई, जानिए कुछ महत्वपूर्ण बातें

चित्र
सुप्रीम कोर्ट ने 15 फरवरी 2024 को इलेक्टोरल बॉन्ड योजना को असंवैधानिक घोषित कर दिया। यह फैसला राजनीतिक चंदे में पारदर्शिता और जवाबदेही को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यहां कुछ महत्वपूर्ण बातें बताई गई हैं: • यह योजना क्या थी? o इलेक्टोरल बॉन्ड योजना 2018 में केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई थी। o इस योजना के तहत, कोई भी व्यक्ति या संस्था गुमनाम तरीके से राजनीतिक दलों को चंदा दे सकता था। • इस योजना को क्यों रद्द किया गया? o सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह योजना चुनावों में पारदर्शिता और जवाबदेही को कम करती है। o यह मतदाताओं के सूचना के अधिकार का उल्लंघन करता है। • इस फैसले के क्या प्रभाव होंगे? o अब राजनीतिक दलों को चुनावी चंदा देने वालों की जानकारी सार्वजनिक करनी होगी। o राजनीतिक दलों पर दबाव बढ़ेगा कि वे धन जुटाने के लिए अधिक पारदर्शी तरीकों का इस्तेमाल करें। o यह फैसला चुनावी सुधारों को गति दे सकता है। यह भी ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह फैसला तुरंत लागू नहीं होगा। केंद्र सरकार को इस फैसले के अनुरूप चुनाव कानून में बदलाव करने होंगे। विभिन्न राजनीतिक दलों ने इस फैसले पर अल...