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गुरुग्राम में 5,452.72 करोड़ रुपये की लागत से मेट्रो विस्तार को मिली मंजूरी, निर्माण कार्य 1 मई 2025 से होगा शुरू

मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में मेट्रो विस्तार को लेकर महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की

गुरुग्राम में कनेक्टिविटी को आसान बनाने के लिए मेट्रो का विस्तार किया जाएगा; मुख्यमंत्री

मेट्रो विस्तार पर कुल 5,452.72 करोड़ रुपये खर्च होंगे, निर्माण कार्य 1 मई 2025 से शुरू होगा; मुख्यमंत्री

गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) के तहत यह विस्तार मिलेनियम सिटी सेंटर को रेलवे स्टेशन, सेक्टर-22 और साइबर सिटी से जोड़ेगा

28.50 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन में 27 स्टेशन होंगे

गुरुग्राम, 24 दिसंबर- हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री नायब सिंह सैनी ने मंगलवार को गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड (GMRL) के तहत मिलेनियम सिटी सेंटर से रेलवे स्टेशन, सेक्टर-22 और साइबर सिटी तक मेट्रो विस्तार को लेकर गुरुग्राम में एक महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बैठक में उद्योग मंत्री श्री राव नरबीर सिंह और पूर्व विधायक श्रीमती बिमला चौधरी भी मौजूद रहीं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गुरुग्राम के निवासियों की सुविधा के लिए मेट्रो नेटवर्क का विस्तार मिलेनियम सिटी सेंटर से रेलवे स्टेशन, सेक्टर-22 और साइबर सिटी तक किया जाएगा। इस परियोजना का उद्देश्य कनेक्टिविटी को और बेहतर बनाना, यातायात भीड़भाड़ को कम करना और शहर के लिए एक प्रभावी, पर्यावरण-अनुकूल परिवहन विकल्प प्रदान करना है। उन्होंने कहा कि इस परियोजना की सफलता पूर्वक पूर्णता के लिए कुल 5,452.72 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। निर्माण कार्य 1 मई 2025 से शुरू किया जाएगा।

चार वर्षों में पूरा होगा मेट्रो विस्तार

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि मेट्रो विस्तार का कार्य चार वर्षों में पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि कार्य को तेजी से आगे बढ़ाएं और निर्माण के दौरान निवासियों को न्यूनतम असुविधा हो, इसका विशेष ध्यान रखें। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि बड़ी परियोजनाओं की योजना बनाते समय इसे दीर्घकालिक लाभकारी बनाने के लिए उचित इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करें।

मेट्रो का संचालन CBTC सिग्नलिंग प्रणाली पर होगा और गति 80 किमी/घंटा तक होगी

बैठक के दौरान मुख्यमंत्री को बताया गया कि इस परियोजना पर 896.19 करोड़ रुपये का खर्च केंद्र सरकार और 4,556.53 करोड़ रुपये का खर्च हरियाणा सरकार करेगी। इस परियोजना के तहत एक मीडियम मेट्रो स्थापित की जाएगी, जो मानक गेज पर संचालित होगी। इसके अलावा, मेट्रो का संचालन कम्युनिकेशन-बेस्ड ट्रेन कंट्रोल (CBTC) सिग्नलिंग प्रणाली पर होगा, और इसकी अधिकतम गति 80 किमी/घंटा होगी। शुरू में इसमें तीन डिब्बे होंगे, जिन्हें छह डिब्बों तक बढ़ाया जा सकेगा। इस परियोजना के तहत पांच अंडरपास और फ्लाईओवर भी बनाए जाएंगे।

28.50 किलोमीटर लंबी मेट्रो लाइन में 27 स्टेशन होंगे

मिलेनियम सिटी सेंटर से साइबर सिटी तक मेट्रो को जोड़ने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) को हरियाणा और केंद्र सरकारों द्वारा स्वीकृति दी जा चुकी है। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 16 फरवरी 2024 को इसका शिलान्यास किया था। इस लाइन में 27 स्टेशन होंगे, जिनमें से आठ मॉडल स्टेशन होंगे और एक डिपो भी बनाया जाएगा।

फेज-1 के लिए भू-तकनीकी जांच पूरी हुई

मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि इस मेट्रो परियोजना की स्थापना के लिए गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड 20 आवश्यक पदों के लिए पात्र उम्मीदवारों की पहचान कर रही है। इसी प्रकार, पहले पैकेज (13 किमी) से संबंधित भू-तकनीकी जांच का कार्य पूरा हो चुका है। सिविल, आर्किटेक्चर और ईएंडएम कार्य पहले ही शुरू हो चुके हैं। इस परियोजना के तहत डिपो के निर्माण और पहले सिविल पैकेज के लिए सलाहकार नियुक्त करने हेतु 31 जनवरी 2025 तक निविदाएं आमंत्रित की जाएंगी। दूसरे सिविल पैकेज के लिए निविदाएं 15 फरवरी 2025 तक आमंत्रित की जाएंगी।

10 मॉडल औद्योगिक टाउनशिप स्थापित करने पर चर्चा

बैठक में सत्ताधारी दल के घोषणा पत्र में किए गए 10 मॉडल औद्योगिक टाउनशिप स्थापित करने के वादे पर चर्चा की गई। कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेसवे के साथ पंचग्राम योजना के प्रस्ताव की भी समीक्षा की गई। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राजमार्गों के निकट औद्योगिक टाउन विकसित करें, जिससे रोजगार के अवसर और निवेश में आसानी हो।

इस बैठक में मुख्य प्रधान सचिव श्री राजेश खुल्लर, मुख्य सचिव श्री विवेक जोशी, शहरी विकास के प्रधान सलाहकार श्री डी.एस. ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री अरुण कुमार गुप्ता, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री ए.के. सिंह, श्री डी. सुरेश और श्री श्यामल मिश्रा, गुरुग्राम मेट्रो रेल लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री चंद्र शेखर खरे और अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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