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करनाल के कैमला घटना में 900 लोगो के खिलाफ मामला दर्ज वही पटौदी कांग्रेस नेत्री ने कहा खुल गयी सरकार की पोल

*सीएम की प्रेस कॉन्फ्रेंस ने ही खोली सरकार की पोल : सुनीता वर्मा*

*हरियाणा सरकार खुद कर रही है किसानों को उत्तेजित*

*किसान आंदोलन को विफल करने के लिए सरकार कर रही फर्जी संगठन तैयार*

करनाल के कैमला गाँव मे हुए हंगामा में 800 से 900 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज किया है। इन प्रदर्शनकारी किसानों के खिलाफ उकसाने , साजिश करने, सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, सरकारी कर्मचारियों के साथ मारपीट और उन्हें धमकाने का मामला दर्ज किया है वहीं पटौदी से कांग्रेस नेत्री ने करनाल के कैमला की घटना पर टिप्पणी दी है।
*पटौदी 11/01/2020 :* डेढ़ महीने पहले अपनी बात कहने दिल्ली आ रहे किसानों पर जब सरकारी आक्रमण हुआ तो वो लोकतंत्र के पक्ष में था, किन्तु अब जब बात सत्तासीन दल के विरोध की आई तो लोकतंत्र पर हमला हो गया। ये मानसिक दोगलापन इस बीजेपी की सोच का है, उक्त कथन कॉन्ग्रेस नेत्री सुनीता वर्मा का है।
उन्होंने प्रेस के नाम जारी विज्ञप्ति में बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि हाइवे को खोद कर, बड़े बड़े पत्थर व कंटीले तार लगा कर रास्तों को अवरुद्ध करके आम जन के लिए परेशानियां सरकार खड़ी कर रही है, और साजिशन किसानों को बदनाम किया जा रहा है। 
प्रेस के नाम जारी पत्र में कॉन्ग्रेस नेत्री के द्वारा सरकार पर लगाये गए आरोपों के अनुसार अनुशासित व शांतिप्रिय तरीके से आंदोलन कर रहे किसानों पर आंसू गैस के गोले दाग कर, उन पर सर्दी में भी ठंडे पानी की बौछार करके और अन्नदाताओं पर सरकारी लाठियां बरसा कर बीजेपी सरकार उन्हें खुद उत्तेजित कर रही है और उन्हें भड़का रही है तथा आरोप विपक्ष पर लगा कर अपनी औछी राजनीतिक मानसिकता का परिचय दे रही है।
पटौदी से कॉन्ग्रेस पार्टी की सम्भावित भावी प्रत्याशी वर्मा ने कहा कि करनाल के कैमला में सीएम की रैली के हुए विरोध पर खट्टर ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से ही अपनी सरकार की किसान विरोधी सोच को बता दिया। 
कॉंग्रेस नेत्री ने कहा कि सीएम खट्टर के बयान को देखें तो एक बात सामने आती है कि किसान महापंचायत को लेकर सारी सैटिंग करने के बाद ही वो कैमला आ रहे थे।
सब कुछ बिगड़ा तो कहना पड़ा कि वादा तोड़ा गया है। सेट ये था कि बीजेपी द्वारा तैयार किये गए फर्जी किसान संगठनों द्वारा सीएम का दूर से सांकेतिक विरोध होगा, पास कोई नही फटकेगा। अब ये जांच का विषय है कि सीएम को गुमराह युवाओं ने किया या डीसी एसपी ने।

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