भारतीय वैज्ञानिकों ने तैयार किया स्वदेशी मैकेनिकल वेंटिलेटर, कीमत भी बेहद कम
भारत आत्मनिर्भर मुहिम के तहत कॉफी उपकरणों को बनाने में जोड़ दिया जा रहा है जो कि आज स्वदेशी मैकेनिकल वेंटिलेटर बनाकर काफी कुछ बयां कर रहा है। covid-19 को लेकर जो मरीज सांस लेने में दिक्कत है और जो वेंटिलेटर का खर्च नहीं उठा सकते उनके लिए अच्छी खबर है। वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान परिषद-केंद्रीय यांत्रिक अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान (सीएसआईआर-सीएमईआरआई) दुर्गापुर ने स्वदेशी टेक्नोलॉजी युक्त एक मैकेनिकल वेंटिलेटर तैयार किया है।
संस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस वेंटिलेटर की दो खास बातें ये हैं कि यह पोर्टेबल (लाने-ले जाने योग्य) है और इसकी कीमत काफी कम है। जानकारी के मुताबिक इस स्वदेशी मैकेनिकल वेंटिलेटर की कीमत 90 हजार से एक लाख रुपये के बीच हो सकती है।
संस्थान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस वेंटिलेटर की दो खास बातें ये हैं कि यह पोर्टेबल (लाने-ले जाने योग्य) है और इसकी कीमत काफी कम है। जानकारी के मुताबिक इस स्वदेशी मैकेनिकल वेंटिलेटर की कीमत 90 हजार से एक लाख रुपये के बीच हो सकती है।
सीएसआईआर-सीएमईआरआई दुर्गापुर के प्रोफेसर हरीश हिरानी ने इस वेंटिलेटर के बारे में बताया कि इसके डिजाइन, कंट्रोलर और इलेक्ट्रॉनिक्स हिस्सों को इस हिसाब से बनाया गया है जिससे कीमत पर असर न पड़े साथ ही यह संबंधित उद्योगों के लिए प्रासंगिक भी रहे।
उन्होंने कहा, इसे विकसित करने की प्रक्रिया में दुर्गापुर के हेल्थ वर्ल्ड हॉस्पिटल और विवेकानंद अस्पताल के स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मदद ली गई। इनकी ओर से आईं महत्वपूर्ण प्रतिक्रियाएं अपनाने के बाद वेंटिलेटर के डिजाइन में कई परिवर्तन किए गए साथ ही इसकी टेक्नोलॉजी में भी बदलाव किया गया।
प्रोफेसर हिरानी ने कहा, अन्य मरीजों को भी इसका फायदा हो सके इसके लिए आने वाले समय में इस वेंटिलेटर को और अपग्रेड किया जाएगा। बता दें कि इस मैकेनिकल वेंटिलेटर का दो अस्पतालों में क्लीनिकल ट्रायल करने के बाद तीन जून को सामने लाया गया था।
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