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... और अब बोहड़ाकला सीएचसी पर लटका ताला ?

यहां कार्यरत कर्मचारी जांच में कोविड 19 पाॅजिटिव

कोविड 19 के सेंपल लेने वाला भी स्वयं पाॅजिटिव

स्टाफ और मेडिकल आफिसर के दावों में विरोधाभास


फतह सिंह उजाला
पटौदी। 
लगता है अब कोविड 19 ने आम आदमी के साथ ही सरकारी विभागों में भी सेंध लगा दी है। बीते 3-4 दिनों में पटौदी हलके के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला पट्टी चैनपुरा में स्थित सीएचसी, हैल्थ एंड वैलनेस  सेंटर बोहड़ाकला के कर्मचारी एक के बाद कोविड 19 संक्रमित जांच के बाद सामने आये है। कथित रूप् से ऐसे में यहीं पर कार्यरत लैब टेक्निशीयन जो कि अभी तक कोरोना कोविड 19 संदिग्द्धों के सेंपल कलेक्ट करता रहा, जांच में पाॅजिटिव आने पर अब शुक्रवार को सीएचसी बोहड़ाकला पर ताला लटका दिया गया है। यहां सीएचसी पर ताला अथवा यह सेंटर कितने दिन बंद रहेगा, इसको लेकर स्टाफ और मंडिकल आफिसर की कही बातों में ही विरोधाभास सामने आया है। सूत्रों की माने तो सीएचसी बोहड़ाकला से जुड़े बीते 3-4 दिनों में ही 3 कर्मचारी आफिस कर्मचारी, एएनएम और एलटी या परिवार के सदस्य पाॅजिटिव सामने आये है।

यहां सेंटर में कार्यरत स्टाफ के कोविड 19 संक्रमित की रिपोर्ट आने सहित पुष्टि होने के बाद में अन्य स्टाफ सदस्य और उनके परिजन भी चितिंत हो रहे है। क्यों कि सीएचसी बाोहड़ाकला सेंटर में कार्यरत स्टाफ का यहां आना-जाना लगा ही रहता है। इसके अलावा बाहर फील्ड के साथ-साथ कई स्थानों पर जांच और सेंपल टीम के साथ भी आवागमन हो रहा है। दिन में अपनी डयूूटी पूरी करने के बाद स्टाफ सदस्य अपने घर परिवार सहित बच्चों के बीच भी लौट रहे हैं। ऐसे में तब सहकर्मियों के कोविड 19 पाॅजिटिव की रिपोर्ट आए तो चिंतिंत होना स्वभाविक सी बात है।

कथित रूप से गुरूवार सायं के समय ही सीएचसी बोहड़ाकला के स्टाफ को हिदायत दे दी गई कि, तीन दिन तक यहां नहीं आना है। साथ ही यहां मेन गेट पर ताला लटका दिया गया। इस मामले में स्थानीय चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि, संेटर को केवल एक दिन शुक्रवार के लिए ही एहतियात सहित कर्मचारियों सहित लोगों के स्वास्थ्य के हित में बंद कर, सेनेटाइज भी किया गया है, इसी अधिकारी का यह भी दावा है कि एक कर्मचारी का 4 दिन पहले जांच के लिए सेंपल लिया गया, लेकिन अभी रिपोर्ट नहीं आई है। उन्होने कहा कि यही पर डिलीवरी हट प्रसूति गृह भी है, ऐसे में सेंटर को हाईजेनिक अर्थात पूरी तरह से संक्रमणमुक्त बनाना भी आवश्यक है। बाकी जरूरत महसूस की गई तो, सेंटर को यथा हालत में भी रखा जा सकता है। वैसे भी अधिकांश स्वास्थ्य कर्मचारी फील्ड में ही अपनी सेवाएं दे रहे है।
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दो दिनों में पटौदी में 32 सेंपल
सूत्रों के मुताबिक गुरूवार और शुक्रवार को पटौदी में जो भी कोविड 19 संक्रमित पीड़ित सामने आये हैं, उनके परिजनों सहित अन्य को मिलाकर कुल 32 सेंपल कोविड 19 जांच के वास्ते लिये गए है। इन्ही सूत्रों का यह भी कहना है कि अधिकांश सेंपल स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत स्टाफ या इस कार्य से जुड़े लोगों के ही लिये गए है। सरकार अथवा प्रशासन के द्वारा बोहड़ाकला के नीलकंठ अस्पताल जहां एक सौ बेड का आइसोलेशन वार्ड बनाया गया, वहीं के ही 11 कर्मचारियों के सेंपल सहित सरकारी स्वास्थ्य कर्मियों के भी सेंपल कलेक्ट किये गए है।

सेंपल के लिए पत्नी का इंकार
इलाके के ही स्वास्थ्य केंद्र में कार्यरत कर्मचारी जो कि कथित रूप से अपना सेंपल जांच के लिए दे चुका था, उसके बाद भी वहीं अन्य लोगों के सेंपल लेता रहा, हैरानी की बात यह है कि विभाग सहित स्थानीय अधिकारियों की जानकारी में यह बात थी कि संबंधित कर्मचारी की कोविड संक्रमण की जांच के लिए सेंपल गए हुए है। सूत्रों के मुताबिक अब पाॅजिटिव रिपोर्ट आने के बाद भी कथित रूप से इसी कर्मचारी के द्वारा जब अपने परिवार के सदस्यों के सेंपल लिये जा रहे थे तो उसकी पत्नी ने अपने ही पति को जांच के लिए सेंपल देने से साफ इंकार कर दिया। वहीं अपने बच्चों के सेंपल स्वयं कोविड 19 पाॅजिटिव के द्वारा ही लिये गए।





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